भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीज और संदिग्ध मिलने से हड़कंप मचा हुआ है. बाज़ार में सैनिटाज़र (Sanitizer) और मॉस्क (Mask) की डिमांड बढ़ गई है. बाज़ार, स्कूल और ऑफिस में लोग मॉस्क पहने हुए नज़र आ रहे हैं. इसे देखते हुए सैनिटाज़र और मॉस्क के रेट बढ़ा दिए गए हैं. लेकिन गंगाराम अस्पताल (Ganga ram Hospital) के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एम. वाली का कहना है कि हर किसी को मॉस्क पहनने की जरूरत नहीं है. सिर्फ दो ही लोग मॉस्क इस्तेमाल करें.
डॉक्टर इन दो लोगों को दे रहे मॉस्क पहनने की सलाह
सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एम. वाली का कहना है कि मॉस्क की जरूरत एक तो उस मरीज को है जो कोरोना वायरस से इंफेक्टेड है. और दूसरा वो इंसान जो कहीं ऐसी जगह पर जा रहा है जहां उसे इस वायरस से इंफेक्टेड होने का खतरा है. बाकी किसी को भी किसी तरह का मॉस्क इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं है.
सामान्य लोगों को मॉस्क पहनने से हो सकता है नुकसान
सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एम. वाली का कहना है कि यह सभी जानते हैं कि हम स्वच्छ सांस अंदर लेते हैं और खराब सांस बाहर की ओर छोड़ते हैं. इसलिए ऐसे लोग जो ज़रा सी अफवाह के बाद चेहरे पर मॉस्क लगा लेते हैं तो यह उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है. क्योंकि चेहरे पर मॉस्क लगा होने की वजह से हम खराब सांस को ही दोबारा से अंदर लेने लगते हैं.
30 डिग्री पर रखें घर का तापमान
कोरोना वायरस से बचाव पर बात करते हुए डॉक्टर एम. वाली ने बताया कि वातावरण का तापमान भी कोरोना वायरस से बचाव में बहुत मददगार साबित होगा. अगर हो सके तो अपने घर के तापमान को कम से कम 30 डिग्री के आसपास ही रखें. खासतौर पर लिक्विड सैनिटाज़र का इस्तेमाल करें, जैल वाले सेनेटाइजर का इस्तेमाल कतई ना करें. और सबसे खास बात यह कि इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग रखें. इसे स्ट्रांग रखने के लिए तनाव ना लें. अच्छा खानपान रखें और पूरी नींद ले. खट्टे फल और आइसक्रीम से दूर ही रहें. और सबसे अच्छी दवा यह है कि पीने में गर्म पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें. गौरतलब रहे कि सीनियर फिजिशियन डॉक्टर एम. वाली देश के तीन पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा, आर. वेंकटरमन और प्रणब मुखर्जी के भी फिजीशियन रह चुके हैं.